Apni Mehar Kar Lyrics in Hindi
Lyrics of Gurbani Shabad Apni Mehar Kar in Hindi: अपनी मेहर कर साहिब श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के अंग 1251 पर राग सारंग की वार में दर्ज बेहद ही सुंदर शबद है। इस शब्द के रचयिता ५वें गुरु गुरु अर्जन देव जी हैं।
Shabad Gurbani Lyrics | Apni Mehar Kar Lyrics in Hindi |
Singer | Bhai Satwinder Singh Ji, Bhai Harwinder Singh Ji |
Album | Koi Bolei Ram Ram |
Lyrics | Guru Arjan Dev Ji |
SGGS Ang | 1251 |
Translation | Hindi, English - Punjabi |
Transliteration | Hindi, English - Punjabi |
Music Label | T-Series |
Duration | 10:03 |
वैसे तो दरबार श्री हरमंदिर साहिब के हज़ूरी रागी - भाई दविंदर सिंह जी, भाई मंजीत सिंह जी, और भाई सतिंदरबीर सिंह जी सहित कई कलाकारों ने इस शबद पर गुरबानी कीर्तन किया है, लेकिन इस शब्द का लोकप्रिय संस्करण भाई सतविंदर सिंह जी और हरविंदर सिंह जी (दिल्ली वाले) का है। प्रस्तुत है हिन्दी जानने वाली संगत के लिए कीर्तन के बोल देवनागरी लिपि में।
अपनी मेहर कर Lyrics
अपनी मेहर कर, अपणी मेहर कर
अपनी मेहर कर, आपणी मेहर कर
सभे जीअ समाल, सभे जीअ समाल
सभे जीअ समाल, सभे जीअ समाल
अपनी मेहर कर, अपणी मेहर कर
अपनी मेहर कर, आपणी मेहर कर
अन्न पाणी मुच उपाय, मुच उपाय
अन्न पाणी मुच उपाय, मुच उपाय
दुख दालद भन्न तर, दुख दालद भन्न तर
दुख दालद भन्न तर, दुख दालद भन्न तर
अपनी मेहर कर, अपणी मेहर कर
अपनी मेहर कर, आपणी मेहर कर
सभे जीअ समाल, अपनी मेहर कर
सभे जीअ समाल, आपणी मेहर कर
अपनी मेहर कर, अपणी मेहर कर
अपनी मेहर कर, आपणी मेहर कर
अरदास सुणी दातार, सुणी दातार
हाहाहा.. अरदास.. सुणी दातार
अरदास सुणी दातार.. सुणी दातार
अरदास सुणी दातार, सुणी दातार
अरदास सुणी दातार, सुणी दातार
होई सिसट ठर, होई सिसट ठर
होई सिसट ठर, होई सिसट ठर
अपनी मेहर कर, अपणी मेहर कर
अपनी मेहर कर, आपणी मेहर कर
सभे जीअ समाल, अपनी मेहर कर
सभे जीअ समाल, आपणी मेहर कर
अपनी मेहर कर, अपणी मेहर कर
अपनी मेहर कर, आपणी मेहर कर
लेवहु कंठ लगाय, लेवहु कंठ लगाय
लेवहु कंठ लगाय, लेवहु कंठ लगाय
अपदा सभ हर, अपदा सभ हर
अपदा सभ हर, अपदा सभ हर
अपनी मेहर कर, अपणी मेहर कर
अपनी मेहर कर, आपणी मेहर कर
सभे जीअ समाल, अपनी मेहर कर
सभे जीअ समाल, आपणी मेहर कर
अपनी मेहर कर, अपणी मेहर कर
अपनी मेहर कर, आपणी मेहर कर
नानक नाम धियाए, नाम धियाए
नानक नाम.. नानक नाम धियाए
नानक नाम.. नानक नाम.. नानक नाम धियाए
नानक नाम धियाए, नाम धियाए
प्रभ का सफल घर, प्रभ का सफल घर
प्रभ का सफल घर, प्रभ का सफल घर
अपनी मेहर कर, अपणी मेहर कर
अपनी मेहर कर, आपणी मेहर कर
सभे जीअ समाल, अपनी मेहर कर
सभे जीअ समाल, आपणी मेहर कर
अपनी मेहर कर, अपणी मेहर कर
अपनी मेहर कर, आपणी मेहर कर
आपणी मेहर कर, आपणी मेहर कर
आपणी मेहर कर, आपणी मेहर कर
Hindi Translation
पद्अर्थ
समालि = संभाल, सार ले। मुचु = बहुत। उपाइ = पैदा कर। दालदु = गरीबी, दरिद्रता। तरु = तार ले। दातारि = दातार ने। सिसटि = सृष्टि। ठरु = ठंड, शांति। अपदा = मुसीबत। हरु = दूर कर। सफलु = फल देने वाला। भंनि = तोड़ के, दूर कर के।
अर्थ
हे प्रभु! अपनी मेहर कर और सारे जीवों की संभाल कर; बहुत सारा अन्न-पानी पैदा कर, जीवों के दुख-दरिद्र दूर कर के बचा ले - (सृष्टि की यह) अरदास दातार ने सुनी और सृष्टि शांत हो गई। (इसी तरह) हे प्रभु! जीवों को अपने नजदीक रख और (इनकी) सारी बिपता दूर कर दे। हे नानक! (कह: हे भाई!) प्रभु का नाम स्मरण कर, उसका घर मुरादें पूरी करने वाला है।1।