Mere Saha Main Har Darshan Sukh Hoye
Mere Saha Mai Har Darsan Sukh Hoye, Hamri Bedan Tu Jaanta Saaha Avar Kia Jaanai Koye; Beautiful verse from Gurbani of Sri Guru Ramdas Ji, under Raga Dhanasari, Page 670 of Sri Guru Granth Sahib Ji.
Hukamnama | ਮੇਰੇ ਸਾਹਾ ਮੈ ਹਰਿ ਦਰਸਨ ਸੁਖੁ ਹੋਇ |
Place | Darbar Sri Harmandir Sahib Ji, Amritsar |
Ang | 670 |
Creator | Guru Ram Dass Ji |
Raag | Dhanasari |
Explanation in English:
Mere Saha O my king, my Lord! I enjoy the bliss of life by having a glimpse of Your vision, as You alone know our anguish and longing for You. Oh, my True Master! Who else could know the bliss of this experience? (Pause) O, True Master! You are my True Lord and all Your functioning is as True and ever-existent as Yourself. Whom should we consider as false or transient (temporary) as there is no second power on Earth (like You) as great as Yourself? (1)
O True Lord! You are pervading all the beings equally and all are (worshipping You) reciting Your True Name (day and night) all the time. O, True Master! The whole world is seeking favors from You alone, and you are bestowing Your benedictions on all of us, the gift of True Name. (2)
O, Lord! Everyone in the world forms a part of Your existence and there is nothing in existence distinct from You or without You. O, my Master! All the beings are Your devotees while You are the Master and controlling all of them. All of them finally merge with You. (3)
O, my beloved Lord! Everyone has pinned his hopes on You alone, and all are worshipping You (reciting Your True Name). O Nanak! May the beloved Lord protect our honor and prestige, as it pleases Him, as He is our only True Master and our beloved Lord. (4-7-13)
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English Transliteration:
Mere Saha Mai Har Darshan Sukh Hoye || Hamree Bedan Too Jaantaa Saha Avar Keaa Jaanai Koe || Rahaau || Saachaa Saahib Sach Too Mere Saha Teraa Keeaa Sach Sabh Hoe || Jhoothaa Kis Kau Aakheeai Saha Doojaa Naahee Koe ||1||
Sabhnaa Vich Too Vartdaa Saha Sabh Tujheh Dhiaaveh Din Raat || Sabh Tujh Hee Thhaavahu Mangde Mere Saha Too Sabhnaa Kareh Ik Daat ||2|| Sabh Ko Tujh Hee Vich Hai Mere Saha Tujh Te Baahar Koee Naahe || Sabh Jeea Teree Too Sabhas Daa Mere Saha Sabh Tujh Hee Maahe Samaahe ||3|| Sabhnaa Kee Too Aas Hai Mere Piaare Sabh Tujheh Dhhiaaveh Mere Saah || Jiu Bhaavai Tiu Rakh Too Mere Piaare Sach Naanak Ke Paatsaah
Mere Saaha in English (Poetic)
Divine King! by the sight of God find I joy.
My affliction to you known — who else may know it? (Pause)
Divine king! the holy Lord Thou; holy all Thy doing.
Divine king! whom may we accuse of falsehood?
In all are you pervasive? (1)
Divine King! in all creation art Thou pervasive
Day and night all on Thee meditate.
Divine king! all of Thee seek boons',
Thou alone provider of all. (2)
AH, existence within Thee, Lord! is contained
None outside of Thee.
Divine king! All beings Thine; Thou master of all
AH into Thee ultimately merge. (3)
Divine Beloved! of each art Thou the objective
All on Thee meditate.
Keep me Divine Beloved! Nanak's holy king!
As may please Thee. (4)
Translation in Punjabi
ਹੇ ਮੇਰੇ ਪਾਤਿਸ਼ਾਹ! (ਮੇਹਰ ਕਰ) ਮੈਨੂੰ ਤੇਰੇ ਦਰਸਨ ਦਾ ਆਨੰਦ ਪ੍ਰਾਪਤ ਹੋ ਜਾਏ। ਹੇ ਮੇਰੇ ਪਾਤਿਸ਼ਾਹ! ਮੇਰੇ ਦਿਲ ਦੀ ਪੀੜ ਤੂੰ ਹੀ ਜਾਣਦਾ ਹੈਂ। ਕੋਈ ਹੋਰ ਕੀ ਜਾਣ ਸਕਦਾ ਹੈ ? ॥ ਰਹਾਉ ॥
ਹੇ ਮੇਰੇ ਪਾਤਿਸ਼ਾਹ! ਤੂੰ ਸਦਾ ਕਾਇਮ ਰਹਿਣ ਵਾਲਾ ਮਾਲਕ ਹੈਂ, ਤੂੰ ਅਟੱਲ ਹੈਂ। ਜੋ ਕੁਝ ਤੂੰ ਕਰਦਾ ਹੈਂ, ਉਹ ਭੀ ਉਕਾਈ-ਹੀਣ ਹੈ (ਉਸ ਵਿਚ ਭੀ ਕੋਈ ਊਣਤਾ ਨਹੀਂ)। ਹੇ ਪਾਤਿਸ਼ਾਹ! (ਸਾਰੇ ਸੰਸਾਰ ਵਿਚ ਤੈਥੋਂ ਬਿਨਾ) ਹੋਰ ਕੋਈ ਨਹੀਂ ਹੈ (ਇਸ ਵਾਸਤੇ) ਕਿਸੇ ਨੂੰ ਝੂਠਾ ਆਖਿਆ ਨਹੀਂ ਜਾ ਸਕਦਾ ॥੧॥
ਹੇ ਮੇਰੇ ਪਾਤਿਸ਼ਾਹ! ਤੂੰ ਸਭ ਜੀਵਾਂ ਵਿਚ ਮੌਜੂਦ ਹੈਂ, ਸਾਰੇ ਜੀਵ ਦਿਨ ਰਾਤ ਤੇਰਾ ਹੀ ਧਿਆਨ ਧਰਦੇ ਹਨ। ਹੇ ਮੇਰੇ ਪਾਤਿਸ਼ਾਹ! ਸਾਰੇ ਜੀਵ ਤੇਰੇ ਪਾਸੋਂ ਹੀ (ਮੰਗਾਂ) ਮੰਗਦੇ ਹਨ। ਇਕ ਤੂੰ ਹੀ ਸਭ ਜੀਵਾਂ ਨੂੰ ਦਾਤਾਂ ਦੇ ਰਿਹਾ ਹੈਂ ॥੨॥
ਹੇ ਮੇਰੇ ਪਾਤਿਸ਼ਾਹ! ਹਰੇਕ ਜੀਵ ਤੇਰੇ ਹੁਕਮ ਵਿਚ ਹੈ, ਤੈਥੋਂ ਆਕੀ ਕੋਈ ਜੀਵ ਨਹੀਂ ਹੋ ਸਕਦਾ। ਹੇ ਮੇਰੇ ਪਾਤਿਸ਼ਾਹ! ਸਾਰੇ ਜੀਵ ਤੇਰੇ ਪੈਦਾ ਕੀਤੇ ਹੋਏ ਹਨ, ਤੇ, ਇਹ ਸਾਰੇ ਤੇਰੇ ਵਿਚ ਹੀ ਲੀਨ ਹੋ ਜਾਂਦੇ ਹਨ ॥੩॥
ਹੇ ਮੇਰੇ ਪਿਆਰੇ ਪਾਤਿਸ਼ਾਹ! ਤੂੰ ਸਭ ਜੀਵਾਂ ਦੀ ਆਸਾਂ ਪੂਰੀਆਂ ਕਰਦਾ ਹੈਂ ਸਾਰੇ ਜੀਵ ਤੇਰਾ ਹੀ ਧਿਆਨ ਧਰਦੇ ਹਨ। ਹੇ ਨਾਨਕ ਜੀ ਦੇ ਪਾਤਿਸ਼ਾਹ! ਹੇ ਮੇਰੇ ਪਿਆਰੇ! ਜਿਵੇਂ ਤੈਨੂੰ ਚੰਗਾ ਲੱਗਦਾ ਹੈ, ਤਿਵੇਂ ਮੈਨੂੰ (ਆਪਣੇ ਚਰਨਾਂ ਵਿਚ) ਰੱਖ। ਤੂੰ ਹੀ ਸਦਾ ਕਾਇਮ ਰਹਿਣ ਵਾਲਾ ਹੈਂ ॥੪॥੭॥੧੩॥
Mere Saaha in Devnagari (Original)
धनासरी महला ४ ॥ मेरे साहा (Mere Saha) मै हर दरसन सुख होए ॥ हमरी बेदन तू जानता साहा अवर किआ जानै कोए ॥ रहाउ ॥ साचा साहिब सच तू मेरे साहा तेरा कीआ सच सभ होए ॥ झूठा किस कओ आखीऐ साहा दूजा नाही कोए ॥१॥ सभना विच तू वरतदा साहा सभ तुझहे धिआवहे दिन रात ॥ सभ तुझ ही थावहो मंगदे मेरे साहा (Mere Saha) तू सभना करहे इक दात ॥२॥
Hukamnama meaning in Hindi:
धनासरी महला ४ ॥ हे मेरे स्वामी ! मैं तो तेरे दर्शन करके ही सुखी होता हूँ। मेरी वेदना तू ही जानता है, अन्य कोई क्या जान सकता है॥ रहाउ ॥
हे मेरे स्वामी ! तू ही सच्चा मालिक है, सदैव सत्य है और जो कुछ तू करता है, वह सब सत्य है। हे स्वामी ! जब तेरे सिवाय दूसरा कोई है ही नहीं, फिर झूठा किसे कहा जाए ? ॥ १॥
सब में तू ही समाया हुआ है और सभी तुझे दिन-रात स्मरण करते रहते हैं। हे स्वामी ! सभी तुझ से ही दान माँगते हैं और एक तू ही सब को देता रहता है॥ २॥
हे मेरे मालिक ! सभी जीव तेरे हुक्म में हैं और कोई भी तेरे हुक्म से बाहर नहीं है। सभी जीव तेरे हैं, तू सबका स्वामी है और सभी तुझ में ही विलीन हो जाते हैं।॥ ३॥
हे मेरे प्यारे स्वामी ! तू सबकी आशा है और सभी जीव तेरा ध्यान-मनन करते रहते हैं। हे प्यारे ! जैसे तुझे अच्छा लगता है, वैसे ही तू मुझे रख।हे नानक के पातशाह ! तू सदैव सत्य है॥ ४॥ ७॥ १३॥