Sukh Tera Dita Lahiye Lyrics in Hindi
सुख तेरा दिता लहीये is a Popular Shabad Gurbani from Sri Guru Granth Sahib Ji documented on Ang 749. Kirtan has been performed by Bhai Sarabjit Singh Patna Sahib Wale.
Shabad Gurbani | सुख तेरा दिता लहीअै |
Singer | भाई सरबजीत सिंह पटना साहिब वाले |
Album | सुख तेरा दिता लहिए |
Lyrics | गुरु अर्जन देव जी |
SGGS Ang | 749 |
Translation | हिन्दी |
Transliteration | हिन्दी, गुरमुखी,अंग्रेजी |
Music Label | सरब सांझी गुरबाणी |
Content Keywords | सुख, सतिगुरु, सिमर सिमर, वाहेगुरु |
Kirtan of the Shabad has been performed by many other Raagis including Bhai Sukhwinder Singh Ratan, Joginder Singh Riar to name a few.
सुख तेरा दिता लहीये
सुख तेरा दिता लहिए
तुध भावे तां नाम जपावे
तुध भावे तां नाम जपावह
सुख तेरा दिता लहीये
सुख तेरा दिता लहिए
पारब्रह्म परमेशर सतिगुर
आपे करनैहारा
आपे करनैहारा
चरन धूड़ तेरी सेवक माँगै
तेरे दर्शन कौ बलिहारा
तेरे दर्शन कौ बलिहारा
लाल रँगीले प्रीतम मनमोहन
लाल रँगीले प्रीतम मनमोहन
तेरे दर्शन कौ हम बारे
तेरे दर्शन कौ हम बारे
चरन धूड़ तेरी सेवक माँगै
तेरे दर्शन कौ बलिहारा
तुध भावे तां नाम जपावे
तुध भावे तां नाम जपावह
सुख तेरा दिता लहीये
सुख तेरा दिता लहिए
मेरे राम राय मेरे राम राय
ज्यों राखह त्यों रहिए
ज्यों राखह त्यों रहिए
जे सुख देह तां तुझे आराधी
जे सुख देह तां तुझे आराधी
दुख भी तुझे ध्याई
जे भूख देह तां इत ही राजा
जे भूख देह तां इत ही राजा
दुख विच सूख मनाई
वाहेगुरु वाहेगुरु वाहेगुरु वाहेगुरु
मेरे राम राय मेरे राम राय
ज्यों राखह त्यों रहिए
ज्यों राखह त्यों रहिए
तुध भावे तां नाम जपावह
तुध भावे तां नाम जपावह
सुख तेरा दिता लहीये
सुख तेरा दिता लहिए
मुकत भुगत जुगत तेरी सेवक
जिस तू आप कराएहि
जिस तू आप कराएहि
तहाँ बैकुंठ जहां कीर्तन तेरा
तू आपे शरधा लाएहि
तू आपे श्रद्धा लाएहि
तुध भावे तां नाम जपावह
तुध भावे तां नाम जपावह
सुख तेरा दिता लहीये
सुख तेरा दिता लहिए
सिमर सिमर सिमर नाम जीवां
तन मन होए निहाला
तन मन होए निहाला
चरन कमल तेरे धोए धोए पीवा
मेरे सतिगुर दीन दयाला
मेरे सतिगुर दीन दयाला
तुध भावे तां नाम जपावह
तुध भावे तां नाम जपावे
सुख तेरा दिता लहीये
सुख तेरा दिता लहिए
कुर्बान जाई उस वेला सुहावी
जित तुमरै दुआरै आया
जित तुमरै द्वारै आया
हौं आया दूरों चल कै
मैं तकी तेरी सरणाई जीओ
वाहेगुरु वाहेगुरु वाहेगुरु वाहेगुरु
नानक कौ प्रभ भए कृपाला
सतिगुर पूरा पाया
सतगुर पूरा पाया
तुध भावे तां नाम जपावे
तुध भावे तां नाम जपावह
सुख तेरा दिता लहीअै
Sukh Tera Dita Lahiye Lyrics in English
Sukh Tera Ditta Lahiye
Sukh Tera Dita Lahiye...
Tudh Bhave Ta Naam Japavah
Tudh Bhawai Ta Naam Japaaveh
Sukh Tera Ditta Lahiye
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Sukh Tera Ditta Lahiye Lyrics in Gurmukhi
ਸੁਖੁ ਤੇਰਾ ਦਿਤਾ ਲਹੀਐ
ਸੁਖੁ ਤੇਰਾ ਦਿਤਾ ਲਹੀਐ ..Repeat
ਤੁਧੁ ਭਾਵੈ ਤਾ ਨਾਮੁ ਜਪਾਵਹਿ
ਤੁਧੁ ਭਾਵੈ ਤਾ ਨਾਮੁ ਜਪਾਵਹਿ ..Repeat
ਸੁਖੁ ਤੇਰਾ ਦਿਤਾ ਲਹੀਐ
ਸੁਖੁ ਤੇਰਾ ਦਿਤਾ ਲਹੀਐ.. Continue Reading
Original Text
ਸੂਹੀ ਮਹਲਾ ੫ ॥ ਪਾਰਬ੍ਰਹਮ ਪਰਮੇਸਰ ਸਤਿਗੁਰ ਆਪੇ ਕਰਣੈਹਾਰਾ ॥ ਚਰਣ ਧੂੜਿ ਤੇਰੀ ਸੇਵਕੁ ਮਾਗੈ ਤੇਰੇ ਦਰਸਨ ਕਉ ਬਲਿਹਾਰਾ ॥੧॥ ਮੇਰੇ ਰਾਮ ਰਾਇ ਜਿਉ ਰਾਖਹਿ ਤਿਉ ਰਹੀਐ ॥ ਤੁਧੁ ਭਾਵੈ ਤਾ ਨਾਮੁ ਜਪਾਵਹਿ ਸੁਖੁ ਤੇਰਾ ਦਿਤਾ ਲਹੀਐ ॥੧॥ ਰਹਾਉ ॥ ਮੁਕਤਿ ਭੁਗਤਿ ਜੁਗਤਿ ਤੇਰੀ ਸੇਵਾ ਜਿਸੁ ਤੂੰ ਆਪਿ ਕਰਾਇਹਿ ॥ ਤਹਾ ਬੈਕੁੰਠੁ ਜਹ ਕੀਰਤਨੁ ਤੇਰਾ ਤੂੰ ਆਪੇ ਸਰਧਾ ਲਾਇਹਿ ॥੨॥ ਸਿਮਰਿ ਸਿਮਰਿ ਸਿਮਰਿ ਨਾਮੁ ਜੀਵਾ ਤਨੁ ਮਨੁ ਹੋਇ ਨਿਹਾਲਾ ॥ ਚਰਣ ਕਮਲ ਤੇਰੇ ਧੋਇ ਧੋਇ ਪੀਵਾ ਮੇਰੇ ਸਤਿਗੁਰ ਦੀਨ ਦਇਆਲਾ ॥੩॥ ਕੁਰਬਾਣੁ ਜਾਈ ਉਸੁ ਵੇਲਾ ਸੁਹਾਵੀ ਜਿਤੁ ਤੁਮਰੈ ਦੁਆਰੈ ਆਇਆ ॥ ਨਾਨਕ ਕਉ ਪ੍ਰਭ ਭਏ ਕ੍ਰਿਪਾਲਾ ਸਤਿਗੁਰੁ ਪੂਰਾ ਪਾਇਆ ॥੪॥੮॥੫੫॥ {ਪੰਨਾ 749}
Hindi Translation
सूही महला ५ ॥ हे परब्रह्म-परमेश्वर, हे सतगुरु, तू स्वयं ही सब कुछ कर सकने वाला है, तेरा सेवक तेरी चरण-धूलि मॉगता है और तेरे दर्शन पर बलिहारी जाता है॥ १॥
हे मेरे राम ! जैसे तू मुझे रखता है, वैसे ही मैं रहता हूँ। जब तुझे उपयुक्त लगता है तो तू अपना नाम जपवाता है। मैं तेरा दिया हुआ ही सुख लेता हूँ॥ १॥ रहाउ॥
माया के बन्धनों से मुक्ति, भुक्ति एवं जीवन-युक्ति तेरी सेवा करने से ही मिलती है, जिसे तू स्वयं ही अपने सेवकों से करवाता है। जहाँ तेरा कीर्तन किया जाता है, वहाँ ही बैकुण्ठ बन जाता है। तू स्वयं ही अपने सेवकों के मन में श्रद्धा उत्पन्न करता है॥ २॥
हरदम तेरा नाम-सिमरन करने से ही मुझे जीवन मिलता रहता है और मेरा मन-तन निहाल हो जाता है। हे मेरे दीनदयालु सतगुरु ! मैं तेरे सुन्दर चरण कमल धो-धोकर पीता रहूँ॥ ३॥
मैं उस सुन्दर वक्त पर कुर्बान जाता हूँ, जब मैं तुम्हारे द्वार पर आया था। हे भाई ! जब प्रभु नानक पर कृपालु हुआ तो उसने पूर्ण सतगुरु को पा लिया ॥ ४॥ ८ ॥ ५५ ॥
The Review
गुरबाणी के सभी मोक्षदेने वाले शब्दों के भंडार में से एक अनमोल शब्द, जिसे स्वर दिया है भाई सरबजीत सिंह पटना साहिब वालों ने । आप भी श्रवण करके अवश्य मंत्रमुग्ध हो जाएंगे।
Review Breakdown
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वैराग्य भरपूर