Hum Sar Deen Dayal Na Tum Sar
"Hum Sar Deen Dayal Na Tum Sar, Ab Patiyar Kya Keejai" Bani Bhagat Ravidas Ji, Documented at Ang 694 of Sri Guru Granth Sahib Ji under Raga Dhanasari. हम सर दीन दयाल न तुम सर, अब पतिआर क्या कीजै; वाणी भक्त रविदास जी महराज, श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी अंग 694 राग धनासरी से उद्धृत।
Hukamnama | ਹਮ ਸਰਿ ਦੀਨੁ ਦਇਆਲੁ ਨ ਤੁਮ ਸਰਿ |
Place | Darbar Sri Harmandir Sahib Ji, Amritsar |
Ang | 694 |
Creator | Bhagat Ravidas Ji |
Raag | Dhanasari |
English Translation
By the Grace of the Lord-sublime, Truth personified & attainable through the Guru's guidance.''
O, Lord! There is none else as poor and helpless as myself and so great a benefactor as Yourself, which is known to everyone, so what is the need for verifying this fact? May the Lord bless this devotee (slave) with full faith in Him, so that I could be convinced in the Guru's Word, with love and devotion!
O, True Master! I would offer myself as a sacrifice to You. What is the cause of Your silence? Why are You not talking to me? (Pause) O, Lord! We have been separated from You, for ages, so this human life is now kept at Your disposal (surrendered to You).
O, Ravidas! I live now by having full faith and hope in the Lord alone. It is long since I had seen a glimpse of the Lord. (2- 1)
Hukamnama in Hindi
धनासरी, भगत रवि दास जी की ੴ सतिगुर परसाद हम सर दीन दयाल न तुम सर अब पतिआर क्या कीजै॥ बचनी तोर मोर मन माने जन कओ पूरण दीजै ॥१॥ हओ बल बल जाउ रमईआ कारने ॥ कारन कवन अबोल ॥ रहाओ ॥ बहुत जनम बिछुरे थे माधो एहो जनम तुम्हारे लेखे ॥ कह रविदास आस लग जीवऑ चिर भयो दरसन देखे ॥२॥१॥
Meaning in Hindi
Hum Sar Deen Dayal Na Tum Sar
धनासरी भगत रविदास जी की
ईश्वर एक है, जिसे सतगुरु की कृपा से पाया जा सकता है। हे मेरे परमेश्वर ! मुझ जैसा कोई दीन नहीं है और तुझ जैसा अन्य कोई दयालु नहीं है। अब भला और अजमायश क्या करनी है ? अपने सेवक को यह पूर्णतया प्रदान कीजिए कि मेरा मन तेरे वचनों पर आस्था धारण करे॥१॥
हे मेरे राम ! मैं तुझ पर तन एवं मन से कुर्बान जाता हूँ। फिर किस कारण तुम मुझसे बोल क्यों नहीं रहे॥ रहाउ॥ हे माधव ! मैं अनेक जन्मों से तुझसे बिछुड़ा हुआ हूँ और अपना यह जन्म मैं तुझ पर अर्पण करता हूँ। रविदास जी का कथन है कि हे प्रभु ! तेरे दर्शन किए चिरकाल हो गया है, अब तो मैं तेरे दर्शन करने की आशा में ही जीवित हूँ॥ २॥ १ ॥
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Translation in Punjabi
Hum Sar Deen Dayal Na Tum Sar
(ਹੇ ਮਾਧੋ!) ਮੇਰੇ ਵਰਗਾ ਕੋਈ ਨਿਮਾਣਾ ਨਹੀਂ, ਤੇ, ਤੇਰੇ, ਵਰਗਾ ਹੋਰ ਕੋਈ ਦਇਆ ਕਰਨ ਵਾਲਾ ਨਹੀਂ, (ਮੇਰੀ ਕੰਗਾਲਤਾ ਦਾ) ਹੁਣ ਹੋਰ ਪਰਤਾਵਾ ਕਰਨ ਦੀ ਲੋੜ ਨਹੀਂ। (ਹੇ ਸੋਹਣੇ ਰਾਮ!) ਮੈਨੂੰ ਦਾਸ ਨੂੰ ਇਹ ਪੂਰਨ ਸਿਦਕ ਬਖ਼ਸ਼ ਕਿ ਮੇਰਾ ਮਨ ਤੇਰੀ ਸਿਫ਼ਤਿ-ਸਾਲਾਹ ਦੀਆਂ ਗੱਲਾਂ ਵਿਚ ਪਰਚ ਜਾਇਆ ਕਰੇ।੧।
ਹੇ ਸੋਹਣੇ ਰਾਮ! ਮੈਂ ਤੈਥੋਂ ਸਦਾ ਸਦਕੇ ਹਾਂ; ਤੂੰ ਕਿਸ ਗੱਲੇ ਮੇਰੇ ਨਾਲ ਨਹੀਂ ਬੋਲਦਾ?।ਰਹਾਉ। ਰਵਿਦਾਸ ਆਖਦਾ ਹੈ-ਹੇ ਮਾਧੋ! ਕਈ ਜਨਮਾਂ ਤੋਂ ਮੈਂ ਤੈਥੋਂ ਵਿਛੁੜਿਆ ਆ ਰਿਹਾ ਹਾਂ (ਮਿਹਰ ਕਰ, ਮੇਰਾ) ਇਹ ਜਨਮ ਤੇਰੀ ਯਾਦ ਵਿਚ ਬੀਤੇ; ਤੇਰਾ ਦੀਦਾਰ ਕੀਤਿਆਂ ਬੜਾ ਚਿਰ ਹੋ ਗਿਆ ਹੈ, (ਦਰਸ਼ਨ ਦੀ) ਆਸ ਵਿਚ ਹੀ ਮੈਂ ਜੀਊਂਦਾ ਹਾਂ ॥੨॥੧॥