Sukhmani Sahib in Hindi
Book | Sukhmani Sahib Ka Path |
Writer | Guru Arjan Dev Ji |
Editor | Sikhizm.com |
Pages | 53 |
Language | Hindi |
Script | Devnagari |
Size | 3.7 MB |
Format | |
Publisher | Sikhizm.Com |
Sukhmani Sahib in Hindi: It is a prayer from Guru Granth Sahib Ji from Ang 262 to 296. These are 192 stanzas of 10 Hymns in the form of a song and give peace of mind. Its magical sound relieves stress. It was created by Guru Arjan Dev Ji in 1602 at Amritsar. Below is the link to Download Path of Sukhmani Sahib in PDF Version.
सुखमनी साहिब गुरु ग्रंथ साहिब में दर्ज गुरु अर्जन देव जी की रचना है। यह एक प्रार्थना है जो सभी को आत्मिक शांति प्रदान करती है। इस वाणी के शब्दों में तनाव दूर करने का सामर्थ्य है। सुखमनी साहिब जी को पढ़ने से यह सहज ही समझ में आता है और दिल के बंद दरवाजे प्रभु प्रेम के लिए स्वयं ही खुल जाते हैं। आप में आध्यात्मिक अनुशासन का निर्माण होता है और आप शक्ति, धैर्य, साहस और अनंत चेतना से जुड़े होते हैं। सुखमनी साहिब जी का दिन में एक बार पाठ करने से आपको आंतरिक संतुलन, दया, प्रकाश, ऊर्जा और बलिदान करने का साहस मिलता है।
श्री गुरु अर्जन देव जी ने इस बाणी की रचना एक दुखी व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक दुखों को दूर करने के लिए की थी। तत्पश्चात इसके पाठ करने से लाहौर के शासक अलीम उद दीन का घातक पेट दर्द ठीक हो गया था और वह प्रतिदिन इसका पाठ करने लगा।
सुखमनी साहिब में संरचनात्मक एकता है और इसमें 24 श्लोक हैं और 8 छंद, व हर छन्द की 10 पंक्तियाँ हैं। तो आइए हम अपने बाह्य धर्म की खोखली दीवारों को तोड़ें और एक महान और सच्ची बानी का पाठ करना शुरू करें जो हर विश्वास का प्रत्येक व्यक्ति उपरोक्त उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए कर सकता है।
Verses
सुखमनी सुख अमृत प्रभ नाम ॥
भगत जना कै मन बिस्राम ॥ रहाउ ॥
सुखमनी प्रभु का सुख रूपी अमृत नाम है। जिसका भक्तजनों के मन में निवास होता है।
सुखमनी सहज गोबिंद गुन नाम ॥
जिस मन बसै सु होत निधान ॥
सुखमनी में सहज सुख एवं गोविन्द की महिमा एवं नाम है। जिसके मन में यह बसती है, वह धनवान बन जाता है।